Nirmala Sitaraman: निर्मला सीतारमन के 7वें बजट से देश के हर वर्ग को हैं कई उम्मीदें। देखना होगा, मंगलवार को वित्त मंत्री के पिटारे से मिलती राहत या बेचैनी
मोदी सरकार 3.0 का पहला पूर्ण और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन का 7वां बजट पेश होने की उलटी गिनती शुरू हो गई है। यूं तो मोदी सरकार 2.0 के अंतरिम बजट और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संसद में दिए गए अभिभाषण से संकेत तो मिलते हैं कि मंगलवार को पेश होने जा रहे बजट का आर्थिक एजेंडा भारत को जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था तक पहुंचाने और 2047 तक देश को विकसित बनाने की बुनियाद रखने वाला होगा।
लेकिन, वित्त मंत्री की इस कवायद से देश के नौकरी-पेशा वर्ग से लेकर उद्योग, कृषि जगत सबको राहतों की बड़ी अपेक्षाएं हैं। देश की आम जनता को उम्मीद है कि सीतारमन रोजगार सृजन, महंगाई को नियंत्रण में रखने और करों को बोझ कम करने जैसे कई राहतभरे एलान कर सकती हैं:-
Nirmala Sitaraman : इन वर्गों को दे सकती हैं राहत
1. नौकरी-पेशा वर्ग
टैक्स स्लैब में परिवर्तन कर इसे सरल बनाया जा सकता है। दरों में भी बदलाव हो सकता है। आयकर से छूट की न्यूनतम सीमा बढ़ाकर 5 लाख रुपए की जा सकती है।
विशेषज्ञों के मुताबिक 80 सी के तहत कर छूट का लाभ मौजूदा 1.5 लाख से बढ़ाकर कम से कम दो लाख किया जा सकता है। मानक कटौती की सीमा भी बढ़ाकर एक लाख रुपए की जा सकती है।
आवास भत्ता कटौती में भी राहत संभव है। इसके अलावा स्वास्थ्य बीमा और एनपीएस जैसे फायदों को आगे बढ़ाया जा सकता है।
इन उपायों से कर्मचारियों के हाथों में पूर्व की तुलना में अधिक पैसे आ सकते हैं। इससे उपभोक्ता व्यय बढ़ेगा और इससे उद्योगों और अर्थव्यवस्था को फायदा होगा।
2. कृषि क्षेत्र
भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ कृषि क्षेत्र चुनौतीपूर्ण दौर में है। कृषि विकास दर पिछले साल के 4.7% से घटकर 1.4% रह गई है, जिससे ग्रामीण संकट और बढ़ गया है।
कृषि क्षेत्र सरकार की प्राथमिकता में है और जोर कृषि निर्यात बढ़ाने पर है। इसलिए सरकार खाद्य और उर्वरक सबसिडी को लेकर फैसले लिए जा सकते हैं।
उम्मीद है, किसान सम्मान निधि मौजूदा 6 हजार रुपए से बढ़ाकर 8 हजार रुपए की जा सकती है। किसानों को पेंशन को लेकर भी एलान हो सकता है।
3. स्वास्थ्य क्षेत्र
इस बजट में सरकार आयुष्मान भारत योजना में लाभार्थियों का दायरा बढ़ा सकती है। 70 वर्ष से अधिक उम्र के सभी बुजुर्गों को इस योजना का लाभ देने की घोषणा की जा सकती है।
भाजपा ने 2024 के लोकसभा चुनाव के अपने संकल्प-पत्र में इसका वादा भी किया है। महिलाओं के लिए अलग से रियायती स्वास्थ्य सेवा का एलान हो सकता है।
सीतारमन बनाएंगी रिकॉर्ड
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन 23 जुलाई को संसद में मोदी 3.0 का पहला बजट पेश करने के साथ ही कई रिकॉर्ड्स अपने नाम कर लेंगी। वह पहली ऐसी वित्त मंत्री बनने जा रही हैं, जो निरंतर सातवीं बार बजट पेश करेंगी।
इससे पहले यह रिकॉर्ड पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के नाम था, जिन्होंने लगातार छह बार बजट पेश किया था।
निर्मला सीतारमन ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में वित्त मंत्री का कार्यभार संभाला था। 2019 से लेकर अब तक वह केंद्रीय वित्त मंत्री हैं।
वर्ष 2020 में बसे लंबा बजट भाषण देने का रिकॉर्ड भी उनके नाम है। यह बजट भाषण पूरे दो घंटे चालीस मिनट का था।