Infosys ने 1000 इंजीनियरों को ऑफर लेटर जारी किए, दो साल के इंतजार के बाद 7 अक्टूबर को ज्वाइनिंग की तारीख।
देश की अग्रणी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी इंफोसिस ने हाल ही में 1000 इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स को दो साल के लंबे इंतजार के बाद ऑफर लेटर जारी किए हैं। यह कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो उसके नए कर्मचारियों और भारतीय आईटी क्षेत्र के विकास के लिहाज से भी अहम है।
Infosys: 7 अक्टूबर को जॉइनिंग
इंफोसिस ने इन इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स को 7 अक्टूबर, 2024 को ज्वाइन करने के लिए कहा है। यह जॉइनिंग भारत के मैसुरु स्थित प्रशिक्षण केंद्र में होगी, जहां इन्हें पेशेवर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
यह प्रशिक्षण नए इंजीनियरों को आवश्यक तकनीकी कौशल और कंपनी की कार्य संस्कृति से परिचित कराने के लिए महत्वपूर्ण होता है।
दो साल का लंबा इंतजार
इन 1000 इंजीनियरों को 2022 में चयनित किया गया था, लेकिन दो साल के इंतजार के बाद अब जाकर इन्हें ऑफर लेटर प्राप्त हुए हैं। इंफोसिस ने वादा किया था कि वह इन युवाओं को नौकरी प्रदान करेगी, और सीईओ सलिल पारीख ने हाल ही में घोषणा की थी कि कंपनी जल्द ही इस वादे को पूरा करेगी। यह निर्णय न केवल इन इंजीनियरों के लिए राहत भरा है, बल्कि कंपनी की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।
सिस्टम इंजीनियर और डिजिटल एसई के रूप में नियुक्ति
इन इंजीनियरों को सिस्टम इंजीनियर (System Engineer) और डिजिटल एसई के रूप में नियुक्त किया जाएगा। इन पदों पर उन्हें 3.25 लाख से 3.75 लाख रुपये सालाना का पैकेज मिलेगा।
यह पैकेज शुरुआती स्तर के आईटी प्रोफेशनल्स के लिए एक आकर्षक पेशकश है और इसमें अनुभव के साथ वृद्धि की संभावना भी है।
बॉन्ड की शर्तें और जिम्मेदारी
इंफोसिस ने ऑफर लेटर में यह साफ किया है कि प्रशिक्षण या प्रोबेशन के दौरान या इसके बाद नौकरी छोड़ने वाले इंजीनियरों को एक निर्धारित दंड राशि का भुगतान करना होगा।
इस तरह के बॉन्ड का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना होता है कि कर्मचारी कंपनी में एक निश्चित अवधि तक काम करें, ताकि प्रशिक्षण में निवेश की गई धनराशि की भरपाई हो सके।
वर्तमान कर्मचारी संख्या
हालांकि इंफोसिस एक प्रमुख आईटी कंपनी है, लेकिन इसके कर्मचारियों की संख्या में पिछले वर्ष की तुलना में कमी आई है।
जून 2024 में इंफोसिस के पास 3,15,332 कर्मचारी थे, जो कि अप्रैल-जून 2023 की तुलना में 6.2% कम है।
इस गिरावट के बावजूद, कंपनी ने अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत बनाए रखा है और नए कर्मचारियों को जोड़कर अपने विस्तार की योजना बनाई है।
नेट प्रॉफिट और वित्तीय स्थिति
इंफोसिस का वित्तीय प्रदर्शन लगातार बेहतर होता जा रहा है। जून 2024 में समाप्त तिमाही में कंपनी ने 6,368 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले साल की तुलना में 7.1% अधिक है।
इससे यह स्पष्ट होता है कि कंपनी अपने संचालन को अधिक कुशलता से चला रही है और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने की क्षमता रखती है।
कंपनी का वैश्विक विस्तार
इंफोसिस न केवल भारत की अग्रणी आईटी कंपनियों में से एक है, बल्कि यह विश्व की शीर्ष आईटी कंपनियों में भी शामिल है। यह कंपनी 50 से अधिक देशों में अपनी सेवाएं प्रदान करती है, और इसका कुल राजस्व 18.7 अरब डॉलर है।
कंपनी का बाजार पूंजीकरण 77.31 अरब डॉलर है, और यह अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज नसदक (Nasdaq) पर सूचीबद्ध होने वाली पहली भारतीय आईटी कंपनी है।
कंपनी की स्थापना और उसके शुरुआती दिन
इंफोसिस की स्थापना 1981 में मात्र 250 डॉलर की पूंजी से की गई थी। उस समय कुछ लोगों ने सोचा था कि यह कंपनी इतनी बड़ी बन पाएगी, लेकिन आज इंफोसिस वैश्विक आईटी क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है।
इसके कर्मचारी शेयर साझेदारी कार्यक्रम (ESOP) ने देश में कुछ पहले वेतनभोगी करोड़पतियों को जन्म दिया, जो भारत के तकनीकी क्षेत्र की ताकत और संभावनाओं को दर्शाता है।
नए इंजीनियरों के लिए महत्वपूर्ण सीख
यह घटना आईटी इंजीनियरिंग के नए ग्रेजुएट्स के लिए कई सबक प्रस्तुत करती है:
1. धैर्य रखें
दो साल का इंतजार लंबा हो सकता है, लेकिन इसका परिणाम अंततः सकारात्मक होता है।
नौकरी के लिए इंतजार कर रहे लोगों को धैर्य और सकारात्मकता बनाए रखने की जरूरत होती है।
2. कौशल विकास पर ध्यान दें
नौकरी के इंतजार के दौरान स्किल्स को अपग्रेड करते रहना महत्वपूर्ण है। खासतौर पर तेजी से बदलती तकनीकी दुनिया में क्लाउड कंप्यूटिंग, एआई, और साइबर सिक्योरिटी जैसी नई तकनीकों में विशेषज्ञता हासिल करने से करियर को मजबूत किया जा सकता है।
3. नेटवर्किंग का महत्व
नेटवर्किंग किसी भी करियर के लिए महत्वपूर्ण है। सही नेटवर्क आपको नए अवसरों और नौकरी के बारे में समय से जानकारी दिला सकता है।
4. वैकल्पिक अवसरों की तलाश करें
यदि आप लंबे समय तक नौकरी का इंतजार कर रहे हैं, तो फ्रीलांसिंग या शॉर्ट-टर्म कॉन्ट्रैक्ट रोल्स भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इससे न केवल आपको अनुभव मिलेगा बल्कि यह भविष्य में स्थायी नौकरी के रास्ते भी खोल सकता है।
5. कॉन्ट्रैक्ट और बॉन्ड की शर्तों को समझें
किसी भी नौकरी को स्वीकार करने से पहले, इसके कॉन्ट्रैक्ट और बॉन्ड शर्तों को अच्छे से समझना आवश्यक है, ताकि भविष्य में किसी तरह की दुविधा का सामना न करना पड़े।
यह भी पढ़ें :
https://www.thedailynewspost.com/neuralink-blindsight-device/
https://www.thedailynewspost.com/indore-manmad-rail-project/