केंद्र सरकार ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) की पहली महिला बटालियन के गठन को मंजूरी दी है। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने यह घोषणा करते हुए बताया कि यह बटालियन हवाई अड्डों और मेट्रो रेल जैसी अहम जगहों की सुरक्षा करेगी और VIP सुरक्षा में भी सहयोग करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में महिलाओं को सशक्त बनाने और विभिन्न क्षेत्रों में उनकी भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से सरकार ने यह बड़ा कदम उठाया है।
यह कदम प्रधानमंत्री के उस विजन को साकार करता है, जिसमें वे राष्ट्र निर्माण में महिलाओं की बढ़ी हुई भागीदारी को महत्वपूर्ण मानते हैं।
CISF महिला बटालियन अपने कंधों पर यह उठाएगी भार
यह नई बटालियन न केवल एक विशेष सैन्य टुकड़ी होगी, बल्कि देश के विभिन्न महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की सुरक्षा का भार भी उठाएगी।
इनमें हवाई अड्डों और मेट्रो रेल नेटवर्क जैसे महत्वपूर्ण स्थान शामिल हैं। इसके साथ ही, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) की महिलाऍं कमांडो के रूप में वीआईपी सुरक्षा का जिम्मा भी संभालेंगी।
यह निर्णय न केवल सुरक्षा के स्तर को और अधिक सुदृढ़ करेगा बल्कि महिलाओं की देश सेवा की आकांक्षाओं को भी नया आयाम देगा।
राष्ट्र निर्माण में महिलाओं की बढ़ती भूमिका
CISF में महिलाओं की पहले से ही एक महत्वपूर्ण भूमिका है, और अब इस बटालियन की स्थापना से अधिक महिलाओं को केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) में कॅरियर बनाने का प्रोत्साहन मिलेगा।
गृह मंत्री ने अपने X प्लेटफॉर्म (पूर्व में ट्विटर) पोस्ट में लिखा कि इस निर्णय से महिलाओं के लिए राष्ट्र निर्माण के हर क्षेत्र में भागीदारी का मार्ग प्रशस्त होगा।
उन्होंने बताया कि इस विशेष बटालियन का गठन महिलाओं के बढ़ते योगदान का एक प्रमाण है और इससे CISF में महिलाओं की संख्या में वृद्धि होगी, जिससे उन्हें सुरक्षा बल में एक नई पहचान मिलेगी।
महिला बटालियन की स्थापना की तैयारी
CISF मुख्यालय ने महिला बटालियन के गठन की तैयारी शुरू कर दी है। इसमें भर्ती प्रक्रिया, प्रशिक्षण और मुख्यालय के स्थान का चयन शामिल है।
बटालियन के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम भी तैयार किया जा रहा है, जिससे महिला कर्मियों को हवाई अड्डों, मेट्रो स्टेशन और वीआईपी सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में उनकी विशेष जिम्मेदारियों के लिए तैयार किया जा सके।
कमांडो प्रशिक्षण के तहत इन महिलाओं को विभिन्न प्रकार के सुरक्षा दायित्व निभाने में सक्षम बनाया जाएगा।
CISF में महिला भागीदारी का नया अध्याय
वर्तमान में, CISF में महिलाओं की संख्या 7% से अधिक है। लेकिन इस नई बटालियन के गठन से CISF में महिलाओं की भूमिका को और मजबूती मिलेगी।
यह निर्णय, महिलाओं के लिए CISF को लोकप्रिय विकल्प बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम है। विशेष रूप से उन युवतियों के लिए, जो सशस्त्र बल में कॅरियर बनाकर देश सेवा करना चाहती हैं। महिला बटालियन के जुड़ने से CISF में महिलाओं का सम्मान और उनकी भागीदारी और भी बढ़ेगी।
महिलाओं की भागीदारी के महत्व पर सरकार का ध्यान
गृह मंत्री अमित शाह ने इस फैसले की जानकारी देते हुए बताया कि 53वें CISF दिवस समारोह के दौरान महिला बटालियन के गठन पर विचार हुआ था और इसे शीघ्र ही लागू किया जा रहा है।
यह निर्णय प्रधानमंत्री मोदी के उस दृष्टिकोण को प्रतिबिंबित करता है, जिसमें वे चाहते हैं कि देश के हर क्षेत्र में महिलाओं का योगदान बढ़े।
निष्कर्ष
यह सरकार का एक महत्वपूर्ण निर्णय है, जो न केवल महिलाओं की सुरक्षा बलों में भागीदारी को प्रोत्साहित करेगा बल्कि उन्हें सुरक्षा क्षेत्र में अपनी काबिलियत दिखाने का अवसर भी देगा।
इससे न सिर्फ देश के महत्वपूर्ण क्षेत्रों की सुरक्षा मजबूत होगी, बल्कि यह महिलाओं को सुरक्षा बल में एक नई पहचान देने में भी सहायक होगा।
यह पहल देश की युवा महिलाओं को प्रेरित करेगी कि वे सशस्त्र बल में अपना करियर बनाकर राष्ट्र की सेवा में योगदान दें।
इस बटालियन का गठन एक नई शुरुआत का प्रतीक है और यह निर्णय आने वाले समय में महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
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