2025 लगते ही फिर चीन से बुरी खबर आ रही है। चीन में कोविड 19 covid-19 जैसी बीमारी ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस HMPV फैल रही है। चीन में इसे लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसने दुनियाभर में चिंता बढ़ा दी है। हालांकि, भारत सरकार ने साफ कहा है कि HMPV का देश में कोई खतरा नहीं है। घबराने की कोई जरूरत नहीं है।
चीन के मीडिया में वायरल हो रहे एक वीडियो से पता चला है कि ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस HMPV का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। वायरल वीडियों में चीन के अस्पताल में मरीजों भीड़ नजर आ रही है। वहीं, बड़े पैमाने पर मौतों के कारण श्मशान में लाशें ले जाई जा रही हैं। हालात कोरोनों जैसे होते जा रहे हैं। वायरस तेजी से फैलने के कारण चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने अलर्ट जारी किया है। अब तक वायरस के सैकड़ों मामलों की पुष्टि हो चुकी है और अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। हालांकि, अब तक यह वायरस कोरोना वायरस या इन्फ्लूएंजा जैसी गंभीर महामारी की श्रेणी में नहीं आया है, फिर भी इसके फैलने की गति और गंभीरता को देखते हुए तत्काल कदम उठाए जा रहे हैं।
2001 में पाया गया था HMPV
HMPV वर्ष 2001 में पाया गया था, लेकिन अब यह वायरस चीन के विभिन्न हिस्सों में तेजी से फैल रहा है। इसके लक्षण सामान्य सर्दी, खांसी, बुखार, गले में खराश, और सांस लेने में कठिनाई जैसी समस्याओं से लेकर गंभीर श्वसन संबंधी समस्याओं तक हो सकते हैं। इस वायरस का प्रभाव विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों पर अधिक होता है।
खांसने और छींकने से फैलता है…
चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार HMPV का संक्रमण आमतौर पर संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने या सांस लेने से यह हवा में फैल सकता है। शुरुआत में यह वायरस फ्लू जैसे लक्षण पैदा करता है, लेकिन कुछ मामलों में यह गंभीर निमोनिया का कारण भी बन सकता है। ऐसी स्थिति में संक्रमित व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ती है।
डब्ल्यूएचओ को जानकारी नहीं
चीन में एचएमपीवी को लेकर चीन की सरकार ने अधिकृत रूप से कोई जानकारी नहीं दी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO को भी इसकी कोई जानकारी नहीं है। कोरोनों के भी शुरुआती दिनों में चीन ने अधिकृत तौर पर कोविड 19 को लेकर कोई जानकारी नहीं दी थी। हालत बेकाबू होने पर मीडिया में जानकारी सार्वजनिक रूप से आने लगी थी।
कोरोना से कांप उठी थी दुनिया
पिछले पांच सालों और खासकर 2019 से 2021 के तीन सालों में दुनिया covid-19 से कांप उठी थी। इसमें करोड़ों लोगों की मौत हुई थी। हालांकि, 2023 के बाद से कोविड से राहत मिली और बीते दो सालों में भारत समेत कोविड के झटके से तेजी से उबरे। अब एक बार फिर संक्रामक वायरस hmpv की दस्तक से चिंता फैल रही है।
बचाव के उपाय खोज रहे वैज्ञानिक : ली जियांग
चीन के महामारी विशेषज्ञ डॉ. ली जियांग के अनुसार HMPV का संक्रमण आमतौर पर गंभीर नहीं होता है, लेकिन कमजोर इम्यून सिस्टम वालों के लिए यह खतरनाक हो सकता है। इसलिए इस पर काबू करने के सक्रिय कदम उठाने की जरूरत है। चीन के वैज्ञानिक और स्वास्थ्य संस्थान इस वायरस के प्रभावों को समझने और इससे बचाव के उपायों पर शोध कर रहे हैं। इस वायरस से निपटने के लिए टीकाकरण और अन्य उपचार विधियां खोजने की दिशा में काम किया जा रहा है।
भारत रख रहा निगरानी
इधर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने चीन में फैल रहे एचएमपीवी की रिपोर्टों को लेकर कहा है कि हालात पर निगरानी रखी जा रही है। फिलहाल भारत में लोगों को डरने या चिंता करने की जरूरत नहीं है। स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक अतुल गोयल ने कहा कि देश में श्वसन रोगों के आंकड़ों का विश्लेषण किया है। कहीं भी देश में ऐसे कोई मामले सामने नहीं आए हैं।
यह सावधानी रखें
कोरोना covid-19 की तरह ही एचएमपीवी HMPV भी एक व्यक्ति से दूसरे में फैल सकता है। इससे बचाव के लिए हाथों को धोना, सेनेटाइज करना, छींकते और खांसते समय नाक-मुंह पर रुमाल या मास्क रखना, प्राणयाम व व्यायाम से सेहत ठीक रखना और शरीर की रोग प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत रखना जरूरी है। सर्दी, खांसी, फ्लू के मरीज से दूरी बनाए रखना भी जरूरी है। आमतौर पर सर्दी या ठंड के दिनों में निमोनिया व इससे जुड़े रोग भी तेजी से पनपते हैं, इसलिए इन दिनों में विशेष सावधानी बरतना जरूरी है।
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