Independence Day : पीएम मोदी ने सेकुलर सिविल कोड। प्रधानमंत्री ने निराशावाद, भ्रष्टाचार, परिवारवाद पर किए प्रहार, दुश्मन देश के भीतर भी और बाहर भी, तीन गुना रफ्तार से काम का संकल्प।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 78 वे स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से लगातार 11 वीं बार संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन में 2047 तक विकसित भारत के निर्माण का मंत्र फूंका।
उन्होंने देश की तमाम उपलब्धियों, समस्याओं और चुनौतियों को पुरजोर तरीके से उठाया। उन्होंने देश को विकसित भारत बनाने और सरकार के भावी कदमों का भी साफ संकेत दिया।
उन्होंने वादे के अनुरूप अपनी सरकार के तीसरे कार्यकाल में तीन गुना रफ्तार से काम करने का संकल्प भी दोहराया। उन्होंने सेकुलर सिविल कोड की जरूरत जताई।
Independence Day : पीएम के भाषण की बड़ी बातें
भ्रष्टाचार ने देश को दीमक की तरह नोंचा
प्रधानमंत्री ने देशवासियों को आगाह किया तो भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण को लेकर किसी का नाम लिए बगैर विरोधी दलों पर जमकर निशाना साधा। बोले कि भ्रष्टाचार ने देश को दीमक की तरह नोंच लिया है, लेकिन ये मोदी के जीवन का प्रतिबद्धता है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ता रहूंगा।
परिवारवाद पर प्रहार
परिवारवाद पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि इसने देश को जिस तरह से जकड़ रखा है, लोगों का हक छीना है। इनका मूल मंत्र है- ऑफ द फैमिली, बाई द फैमिली और फॉर द फैमिली।
तुष्टिकरण पर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा कि तीसरी बुराई तुष्टिकरण है, जिसने देश के मूलभूत चिंतन को नुकसान पहुंचाया है। हमें इन बुराइयों के खिलाफ पूरे सामर्थ्य के साथ लड़ना है।
बांग्लादेश में हिंदुओं की चिंता
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि ‘बांग्लादेश में जो कुछ हुआ है, पड़ोसी देश के नाते हम उससे चिंतित हैं। उम्मीद करते हैं कि वहां हालात जल्द सामान्य होंगे।
140 करोड़ देशवासियों की चिंता यह है कि वहां हिंदू, अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित हो। भारत हमेशा चाहता है कि हमारे पड़ोसी देश सुख और शांति के मार्ग पर चलें।
शांति के प्रति हमारी प्रतिबद्धता है, हमारे संस्कार हैं। आने वाले दिनों में बांग्लादेश की विकास यात्रा के लिए हमेशा हमारी शुभेच्छा रहेगी, क्योंकि हम मानव जाति की भलाई के बारे में सोचने वाले लोग हैं।’
देश मणिपुर के साथ
लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में पीएम मोदी ने मणिपुर हिंसा का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर और मणिपुर, देश के अन्य हिस्सों में हिंसा का दौर चला। कई लोगों को जान गंवाना पड़ी।
पीएम ने कहा कि बेटियों की इज्जत के साथ खिलवाड़ हुआ। देश मणिपुर के साथ है। अब शांति की खबरें आ रही हैं। शांति से ही समाधान का रास्ता निकलेगा।
राज्य और केंद्र सरकार मिलकर समस्या का समाधान खोजने के लिए काम कर रही हैं। घटना मणिपुर में होती है तो देश को भी दुख होता है। हम सब मिलकर काम करेंगे और हल निकालेंगे।
राजनीति के लिए 1 लाख युवाओं को तैयार करेंगे
पीएम मोदी ने परिवारवादी राजनीति पर प्रहार करते हुए कहा कि इससे मुक्ति के लिए देश में हर साल एक लाख युवाओं को राजनीति के लिए तैयार किया जाएगा।
इन युवाओं वो होंगे, जिनका कोई दूर का भी रिश्तेदार पहले राजनीति में नहीं रहा होगा। ये युवा किसी भी दल में रहकर देश, लोकतंत्र व संविधान की सेवा कर सकेंगे।
140 करोड़ के दम पर बनाएंगे विकसित भारत
पीएम मोदी ने कहा- हमारे पूर्वज सिर्फ 40 करोड़ थे, उन्होंने गुलामी जंजीरों को तोड़ दिया था।
हमारे पूर्वजों का खून हमारी रगों में है। अगर 40 करोड़ गुलामी की बेड़ियाों को तोड़ सकते हैं, तो 140 करोड़ नागरिक अगर संकल्प लेकर चल पड़ें, तो चुनौतियां कितनी बड़ी क्यों न हो, हर चुनौती को पार करते हुए हम समृद्ध भारत बना सकते हैं। हम 2047 विकसित भारत का संकल्प प्राप्त कर सकते हैं।
डिजाइनिंग इंडिया पर जोर
पीएम ने कहा कि विकसित भारत हमारी प्रतीक्षा कर रहा है। ये देश चलने के लिए प्रतिबद्ध है। मैं तीसरे टर्म में तीन गुना काम करूंगा। ताकि देश के सपनों को पूरा कर सकूं।
अब दुनिया के लिए डिजाइनिंग इंडिया पर बल देना है, अब इंडियन स्टैंडर्ड, इंटरनेशनल स्टैंडर्ड बनने चाहिए। डिजाइन के क्षेत्र में हम दुनिया को बहुत कुछ दे सकते हैं।
मातृभाषा को बल दें
नई शिक्षा प्रणाली का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि नई शिक्षा नीति आने से मातृ भाषा को बल मिला। प्रतिभा के रास्ते में भाषा बाधा नहीं नहीं आनी चाहिए।
जीवन में मातृ भाषा को बल देना होगा। आज दुनिया में जैसा बदलाव हो रहा है, अब जाकर स्किल का महत्व बढ़ गया है।
हथियार निर्यात करने लगे
पीएम ने कहा कि रक्षा बजट का पैसा विदेशों से हथियार आयात करने में जाता था, आज हम इसमें आत्मनिर्भर बन रहे हैं। आज देश रक्षा उत्पादन का हब बना है। हम अब दुनिया में हथियारों का निर्यात करने लगे हैं।
प्रधानमंत्री का पूरा भाषण देखें :
https://www.youtube.com/watch?v=TuyigkQvVOQ
दुष्कर्मियों पर कड़ा रुख
पीएम मोदी ने दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताई और कहा कि ऐसे मामलों में अपराधियों में भय पैदा करना जरूरी है। उन्होंने मीडिया से आग्रह किया कि वह दुष्कर्मियों को सजा और मृत्युदंड की खबरों को भी प्रमुखता से प्रकाशित करे।
फूड बॉस्केट बने भारत
कृषि सुधारों का उल्लेख करते हुए पीएम ने कहा कि हम किसानों की मदद कर रहे हैं, आसान लोन दे रहे हैं, उन्हें टेक्नोलॉजी दे रहे हैं। आज दुनिया ऑर्गेनिक फूड की ओर बढ़ रही है। भारत मोटे अनाज यानी श्री अन्न और जैविक अनाज का ‘फूड बॉस्केट’ बन सकता है। इसके लिए कृषि के परंपरागत तरीकों में बदलाव करना होगा।
नेहरू ने 17 बार फहराया था लाल किले पर तिरंगा
पीएम मोदी ने देश के 78 वें स्वतंत्रता दिवस पर लगातार 11 वीं बार लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया। लगातार 11 बार संबोधित करने वाले वे तीसरे पीएम हैं।
उनसे पहले पं. जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी लाल किले से संबोधन का रिकॉर्ड बना चुके हैं। पंडित नेहरू ने 17 बार तो इंदिरा गांधी ने 16 लाल किले पर तिरंगा फहराया था। पीएम नरेंद्र मोदी ने आज 98 मिनट का संबोधन दिया। यह एक रिकॉर्ड है।