
ITR : 10 वर्ष में संख्या में 2 गुना से अधिक बढ़ोतरी। वर्ष 2013-14 में आईटीआर की संख्या थी 3.36 करोड़, अब हो गई है 7 करोड़ से अधिक।
31 जुलाई 2024 की समय सीमा तक कर निर्धारण वर्ष 2024-25 के लिए दाखिल आयकर रिटर्न (आईटीआर) की संख्या 7.28 करोड़ से अधिक हो गई है। यह एक नया रिकॉर्ड है।
यह पिछले कर निर्धारण वर्ष की तुलना में 31 जुलाई, 2023 तक दाखिल किए गए आईटीआर से 7.5 प्रतिशत अधिक है। हालांकि 31 दिसंबर 2023 तक दाखिल किए गए आईटीआर (8.18 करोड़) की तुलना में 90 लाख कम है।
ITR में 116 प्रतिशत से अधिक वृद्धि
पिछले 10 वर्षों में व्यक्तिगत करदाताओं द्वारा आईटीआर दाखिल करने में 116 प्रतिशत से अधिक वृद्धि हुई है।
आयकर विभाग के आंकड़ों का विश्लेषण करें तो पता चलता है कि इन अवधि के दौरान व्यक्तिगत आयकरदाताओं की सकल कुल आय (Gross Total Income) में 321.64 प्रतिशत का उछाल दर्ज किया गया है।
मोदी सरकार के 10 वर्ष के कार्यकाल के दौरान आयकर नियमों में किए गए बदलावों का ही परिणाम है कि हर वर्ष व्यक्तिगत आयकरदाताओं द्वारा रिटर्न दाखिल करने की संख्या बढ़ती जा रही है और साथ ही उनकी सकल कुल आय में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
आयकर विभाग के 2 अगस्त को जारी आंकड़ों में बताया गया है कि देश में 31 जुलाई, 2024 तक कर निर्धारण वर्ष 2024-25 के लिए दाखिल आईटीआर की कुल संख्या 7.28 करोड़ से अधिक हो गई है, जबकि 31 जुलाई, 2023 तक निर्धारण वर्ष 2023-24 के लिए 6.77 करोड़ आईटीआर दाखिल हुए थे। इस प्रकार इसमें 7.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
ITR : न्यू रिजीम की ओर आकर्षण
आईटीआर दाखिल करने वालों में न्यू आईटीआर रिजीम की ओर आकर्षण भी लगातार बढ़ रहा है। कर निर्धारण वर्ष 2024-25 के लिए न्यू आईटीआर रिजीम के तहत 5.27 करोड़ आईटीआर दाखिल हुए हैं, जबकि ओल्ड रिजीम के तहत 2.01 करोड़ आईटीआर दाखिल किए गए।
10 वर्ष में रिटर्न की संख्या और सकल आय में बढ़ोतरी
कर निर्धारण वर्ष | आईटीआर की संख्या | वृद्धि % में | सकल आय करोड़ में | वृद्धि % में |
2013-14 | 3,60,75,691 | —– | 24,31,697 | —– |
2014-15 | 3,91,28,247 | 16.5 | 26,93,032 | 10.7 |
2015-16 | 4,35,99,192 | 11.42 | 33,62,014 | 24.84 |
2016-17 | 4,94,87,559 | 13.5 | 38,50,396 | 14.5 |
2017-18 | 4,98,68,380 | 0.76 | 42,98,264 | 11.6 |
2018-19 | 5,87,13,458 | 17.73 | 51,33,084 | 19.42 |
2019-20 | 6,69,14,905 | 13.96 | 58,91,482.93 | 14.77 |
2020-21 | 6,39,39,427 | -4.44 | 60,95,309.25 | 3.45 |
2021-22 | 6,75,55,425 | 5.65 | 69,59,552.48 | 14.17 |
2022-23 | 7,25,78,080 | 7.43 | 89,52,671.97 | 28.63 |
2023-24 | 7,97,12,145 | 9.82 | 10,253,113.48 | 14.52 |
नोट – आयकर विभाग की वेबसाइट के आंकड़ों के विश्लेषण के आधार पर।
क्या कहते हैं 10 वर्ष के डेटा
कर निर्धारण वर्ष 2013-14 में आईटीआर (ITR) की संख्या 3,60,75,691 थी और व्यक्तिगत आयकरदाताओं की सकल कुल आय (Gross Total Income) 24,31,697 करोड़ रुपए थी।
कर निर्धारण 2014-15 में आईटीआर (ITR) की संख्या 16.5 प्रतिशत बढ़कर 3,91,28,247 तक पहुंच गई। वहीं सकल कुल आय 10.7 प्रतिशत बढ़कर 26,93,032 करोड़ रुपए पर पहुंच गई।
कर निर्धारण वर्ष 2015-16 में आईटीआर (ITR) की संख्या 11.42 प्रतिशत बढ़ी और यह 4,35,99,192 तक पहुंच गई। सकल कुल आय में रिटर्न की संख्या से दुगुना उछाल आया और यह 24.84 फीसदी बढ़कर 33,62,014 करोड़ रुपए हो गई।
कर निर्धारण वर्ष 2016-17 में आईटीआर (ITR) की संख्या 4,94,87,559 थी, जो पूर्व वर्ष के मुकाबले 13.5 प्रतिशत अधिक है। सकल कुल आय 14.5 प्रतिशत बढ़कर 38,50,396 करोड़ रुपए हो गई।
कर निर्धारण वर्ष 2017-18 में आईटीआर (ITR) की संख्या केवल 0.76 बढ़ी और यह 4,98,68,380 रही। लेकिन सकल कुल आय 11.6 बढ़ी और यह 42,98,264 करोड़ रुपए दर्ज की गई।
कर निर्धारण वर्ष 2018-19 में 5,87,13,458 आईटीआर (ITR) दाखिल किए गए जो पूर्व वर्ष की तुलना में 17.73 प्रतिशत अधिक है। सकल कुल आय भी 19.42 की वृद्धि के साथ 51,33,084 करोड़ रुपए रही।
कर निर्धारण वर्ष 2019-20 में 13.96 प्रतिशत बढ़ोतरी के साथ 6,69,14,905 रिटर्न दाखिल हुए। सकल कुल आय 14.77 प्रतिशत बढ़ोतरी के साथ 58,91,482.93 करोड़ रुपए रही।
कर निर्धारण वर्ष 2020-21 में आईटीआर (ITR) 6,39,39,427 दाखिल हुए यानी इस वर्ष इसकी संख्या में पूर्व वर्ष की तुलना में 4.44 प्रतिशत की गिरावट आई। लेकिन सकल कुल आय 3.45 वृद्धि के साथ 60,95,309.25 करोड़ रुपए रही।
कर निर्धारण वर्ष 2021-22 में 6,75,55,425 आईटीआर (ITR) दाखिल हुए, जो 5.65 प्रतिशत अधिक है। सकल कुल आय 14.17 प्रतिशत बढ़ोतरी के साथ 69,59,552.48 करोड़ रुपए रही।
कर निर्धारण वर्ष 2022-23 में आईटीआर (ITR) 7.43 फीसदी बढ़ोतरी के साथ 7,25,78,080 दाखिल हुए। सकल कुल आय 28.63 प्रतिशत उछाल के साथ 89,52,671.97 करोड़ रुपए हो गई।
कर निर्धारण वर्ष 2023-24 में 7,97,12,145 आईटीआर (ITR) दाखिल हुए थे जो पूर्व वर्ष के मुकाबले 9.82 प्रतिशत अधिक है। सकल कुल आय 14.52 प्रतिशत बढ़कर 10,253,113.48 करोड़ रुपए हो गई।
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