Trump Cabinet: हाल ही में हुए अमेरिकी राष्ट्रपति( US President Election 2024) के चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप( Donald Trump) ने इतिहास रचा है। वे सवा सौ वर्षों के इतिहास में एक बार राष्ट्रपति रहने और एक बार चुनाव हारने के बाद दूसरी बार फिर राष्ट्रपति चुने गए हैं। ट्रंप ने भारतीय मूल के अरबपति विवेक रामास्वामी Vivek Ramaswami को अपनी कैबिनेट (Trump Cabinet) में शामिल किया। रामास्वामी एलन मस्क Elon Musk के साथ मिलकर अमेरिकी सरकारी तंत्र में सुधार का बीड़ा उठाएंगे, जिसमें संघीय एजेंसियों का पुनर्गठन और अनावश्यक खर्चों में कटौती शामिल है।
उनकी रिपब्लिकन पार्टी ने मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन की डेमोक्रेटिक पार्टी और राष्ट्रपति प्रत्याशी तथा मौजूदा उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को बुरी तरह हराया है।
भारतीय मूल की कमला को ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव में जमकर पटखनी दी। अब ट्रंप 20 जनवरी 2025 को राष्ट्रपति की शपथ लेंगे। इसके पहले उन्होंने कैबिनेट का गठन शुरू कर दिया है।
ट्रंप कैबिनेट (Trump Cabinet) में भारतीय मूल के अरबपति विवेक रामास्वामी (Vivek Ramaswami) को बड़ा और अहम पद दिया गया है। उन्हें Trump Cabinet में विश्व के सबसे बड़े रइसों में शुमार एलन मस्क (Elon Musk) के साथ डिपार्टमेंट आफ गवर्नमेंट इफिशिएंसी (DOGE) का जिम्मा दिया जा रहा है। बता दें, एलन मस्क ट्रंप की जीत के शिल्पकार बन कर उभरे हैं।
Trump Cabinet: केरल मूल के हैं रामास्वामी
विवेक रामास्वामी का जन्म 1985 में दक्षिण पश्चिम ओहियो के सिनसिनाटी में हुआ था। उनके पिता वी.जी. रामास्वामी मूल रूप से केरल के पलक्कड़ जिले के हैं।
केरल के एक स्थानीय कॉलेज से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद उनके पिता वी.जी. रामास्वामी, ओहियो में बड़ी अमेरिकी कंपनी जीई में जॉब करने लगे।
विवेक की पत्नी अपूर्वा तिवारी रामास्वामी ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर में डॉक्टर हैं। विवेक ने सिनसिनाटी के सेंट जेवियर हाई स्कूल में आरंभिक शिक्षा ली। फिर उच्च शिक्षा के लिए वे हार्वर्ड और येल लॉ स्कूल गए। विवेक कानून के स्नातक हैं।
Trump Cabinet: जैव प्रौद्योगिकी कंपनी बनाई
विवेक रामास्वामी ने पढ़ाई पूरी करने के बाद बायोटेक क्षेत्र में कदम बढ़ाए। वे अमेरिका की सबसे बड़ी जैव प्रौद्योगिकी कंपनी मायोवैंट साइंसेज के प्रमुख हैं।
प्रोस्टेट कैंसर और संतानविहीन महिलाओं के लिए दवाओं के विकास व उत्पादन में भी यह कंपनी संलग्न है। विवेक मायोवैंट साइंसेज के अलावा यूरोवेंट साइंसेज, एंजीवेंट थेराप्यूटिक्स, अल्टावेंट साइंसेज और स्पिरोवैंट साइंसेज के भी प्रमुख हैं।
मात्र 37 साल की उम्र में उन्होंने अमेरिका के बायोटेक क्षेत्र में अपना परचम लहरा दिया। फोर्ब्स मैगजीन ने 2014 में 30 वर्ष से कम उम्र के अरबपति उद्योगपतियों में विवेक रामास्वामी को शामिल किया था। 2016 में वे 40 से कम उम्र वाले 24वें सबसे अमीर उद्यमी थे।
Trump Cabinet: अमेरिकी शासन तंत्र में करेंगे बदलाव
विवके रामास्वामी ने ट्रंप कैबिनेट में अहम पद मिलने के बाद है कि वे अपनी जिम्मेदारी को सख्ती से निभाएंगे। विवेक अमेरिकी शासन तंत्र में व्यापक बदलाव के पक्षधर हैं और ट्रंप भी यह चाहते हैं।
एलन मस्क के साथ मिलकर वे अमेरिकी सरकारी महकमे और एजेंसियों में व्यापक बदलाव के सूत्रधार बनेंगे। पुराने नियम-कानूनों और अनावश्यक खर्चों को रोकने के साथ ही संघीय एजेंसियों का पुनर्गठन भी करेंगे।
ट्रंप जिस ‘सेव अमेरिका’ मिशन को लेकर चल रहे हैं, यह उसी दिशा में एक कदम होगा।
Trump Cabinet: एफबीआई समेत कई विभाग बंद करने के पक्ष में
विवेक रामास्वामी कई अमेरिकी संघीय विभागों शिक्षा विभाग, परमाणु नियामक आयोग, घरेलू राजस्व सेवा और एफबीआई को भी बंद करने के पक्ष में हैं। विवेक ने अमेरिकी विभागों के पुनर्गठन का सुझाव दिया है।
एफबीआई को वे सीक्रेट सर्विस, फाइनेंशियल क्राइम्स एनफोर्समेंट नेटवर्क और डिफेंस इंटेलिजेंस एजेंसी में बांटने के पक्ष में हैं। बता दें, निर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप अमेरिका की संघीय जांच एजेंसी एफबीआई पर उनके खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई करने के आरोप लगाते रहे हैं।
राष्ट्रपति की दौड़ में थे
बता दें, विवेक रामास्वामी रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति उम्मीदवार बनना चाहते थे, लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिली और आखिरकार ट्रंप ही प्रत्याशी बने और प्रचंड बहुमत से जीते।
ट्रंप की जीत में एक्स, टेस्ला और स्पेसएक्स समेत तमाम कंपनियों के मालिक एलन मस्क की भी अहम भूमिका रही। ट्रंप की तरह ही मस्क और विवेक भी नए अमेरिका का सपना देख रहे हैं।
Trump Cabinet: एच-1बी वीजा प्रणाली खत्म करने के पक्ष में
विवेक रामास्वामी अमेरिका में रोजगार के लिए आने वाले लोगों के लिए मौजूदा एच-1बी वीजा प्रणाली खत्म करने के पक्ष में है। इसके जरिए अमेरिका में विदेशों के कुशल कर्मचारियों को नौकरी पर रखने के लिए यह खास वीजा जारी किया जाता है।
Trump Cabinet: सोशल मीडिया से बच्चों को दूर करेंगे
विवेक रामास्वामी बच्चों को सोशल मीडिया की लत से दूर करने के भी पक्ष में हैं। हाल ही में उन्होंने टिक टॉक को “डिजिटल फेंटानिल” करार दिया था। इसके बच्चों पर दुष्प्रभाव को वे रोकना चाहते हैं।
उन्होंने अमेरिकियों, खासकर बच्चों की मानसिक सेहत सुधारने पर भी चुनाव प्रचार के दौरान जोर दिया था। मंत्री बनने के बाद वे इस दिशा में ठोस कदम उठा सकते हैं। विवेक रूस यूक्रेन जंग को भी जल्द खत्म करने के ट्रंप के विचार के समर्थक हैं।
इसलिए विवेक को अपनी टीम में शामिल करते हुए ट्रंप ने उन्हें देशभक्त अमेरिकी कहा है। वहीं, मस्क को ट्रंप ने ग्रेट एलन मस्क कहा है।
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